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बचपन लम्हें जिन्दगी के अल्हड़-मस्त। करो आत्मविश्लेषण फिर से कहानी नई नया साल आ गया तीखा लौटा मुझे फिर से बॉर्डर पर जाना हैं

Hindi लौटा दो फिर से। Poems